जिला संवाददाता कासगंज मोरध्वज कुमार
KASGANJ NEWS सफाई कर्मी सम्मान के अधिकारी हैं, उपेक्षा के नहीं रेनू गौड़
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य रेनू गौड़ ने कहा कि स्वच्छता केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि यह हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने अपील की कि प्रत्येक व्यक्ति को वर्ष में कम से कम दो बार अपने घर और आसपास की सफाई स्वयं करनी चाहिए। इससे न केवल समाज में स्वच्छता का संदेश जाएगा बल्कि सफाई कर्मियों का कार्यभार भी कम

वर्ष में दो बार अपनों घरों के बाहर करनी चाहिए सफाई:
कासगंज JSK News
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य रेनू गौड़ ने कहा कि स्वच्छता केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि यह हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने अपील की कि प्रत्येक व्यक्ति को वर्ष में कम से कम दो बार अपने घर और आसपास की सफाई स्वयं करनी चाहिए। इससे न केवल समाज में स्वच्छता का संदेश जाएगा बल्कि सफाई कर्मियों का कार्यभार भी कम होगा।
रेनू गौड़ मंगलवार को कासगंज में आयोजित स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। इस दौरान उन्होंने सफाई कर्मियों की समस्याओं पर भी खुलकर आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मी त्योहारों पर भी बिना अवकाश के कार्य करते हैं। जहां सब लोग दीपावली, होली या अन्य पर्व अपने परिवार के साथ मनाते हैं, वहीं सफाई कर्मी उसी समय पूरे शहर को साफ-सुथरा रखने में लगे रहते हैं। यह उनका समर्पण है, जिसे समाज को मान्यता और सम्मान देना चाहिए।
महिला आयोग सदस्य ने कहा कि प्रशासन को चाहिए कि वह मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए सफाई कर्मियों को भी छुट्टियाँ प्रदान करे। उन्होंने कहा, “त्योहार सभी के होते हैं, सिर्फ अधिकारी या नागरिकों के नहीं। सफाई कर्मियों को भी अपने परिवार के साथ खुशियां मनाने का अधिकार है।”
रेनू गौड़ ने आम नागरिकों से अपील की कि वे अपने मोहल्लों और आस-पास के क्षेत्रों की स्वच्छता में स्वयं भागीदारी निभाएं। उन्होंने कहा कि सरकार के साथ नागरिकों की जागरूकता से ही ‘स्वच्छ भारत मिशन’ सार्थक हो सकता है।
कार्यक्रम में नगर पालिका के अधिकारी, सफाई कर्मी, सामाजिक संगठन और छात्र-छात्राएं भी मौजूद रहे।
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